गुरुवार, 30 दिसंबर 2021

IND vs SA : भारत ने साऊथ अफ्रीका को हराया 113 रनों से


भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज साऊथ अफ्रीका में चल रही है जिसमें भारत ने पहला सेंचुरियन टेस्ट जीत लिया है। इस मैच में भारत ने साउथ अफ्रीका को दूसरी पारी में जीत के लिए 305 रनों का लक्ष्य दिया था लेकिन साउथ अफ्रीका की टीम ने दूसरी पारी में 191 रन पर सिमट गई और उसे 113 रनों की हार झेलनी पड़ी। भारत ने सेंचुरियन में अब तक कोई टेस्ट नहीं जीता था यह जीत उनकी पहली जीत है। 

साऊथ अफ्रीका का दूसरी पारी में कैसे-कैसे हुआ विकेट का पतन 

भारतीय तेज़ गेंदबाज़ मो. शमी ने एडन मार्करम के रूप में पहली सफलता दिलाई।दूसरी सफलता कीगेन पीटरसन के रूप में मिली। सिराज ने 17 रन के स्कोर पर विकेट के पीछे रिषभ पंत के हाथों कैच करवाया। जसप्रीत बुमराह ने वान डेर डुसेन को 11 रन के स्कोर पर क्लीन बोल्ड कर तीसरी सफलता दिलाई। इसके बाद बुमराह ने ही केशव महाराज को भी 8 रन पर क्लीन बोल्ड कर चौथी सफलता दिलाई। भारत को छठवीं सफलता मोहम्मद सिराज ने दिलाई, क्विंटन डिकाक को बोल्ड करके। भारत को सातवीं सफलता दिलाने का काम मोहम्मद शमी ने किया। शमी ने वियान मुल्डर को 1 रन के स्कोर पर रिषभ पंत के हाथों कैच आउट कराया। जानसेन को शमी ने 13 रन जबकि रबाडा को अश्विन ने शून्य पर आउट कर दिया। 

और इस तरह से भारत ने सेंचुरियन टेस्ट मैच जीता, साउथ अफ्रीका को बड़े रनों के अंतराल 113 रनों  से हराया।

 

शुक्रवार, 24 दिसंबर 2021

थम नहीं रहा कप्तानी विवाद ,दादा पर बरसे दिग्गज

टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और भारतीय क्रिकेट कण्ट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरभ गांगुली के बीच छिड़ी हुई वो जंग थमी नहीं है। विराट कोहली के सपोर्ट में अब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने लगाई है जमकर फटकार BCCI के अध्यक्ष सौरभ गांगुली की। दिलीप वेंगसरकर ने कई बड़े सवाल भी खरे किये है।इस कहानी को जानने के लिए इसे अंत तक पढ़ें।

भारतीय क्रिकेट टीम विवादों के बीच साऊथ अफ्रीका दौरे पर पहुंच चूँकि है। इस दौरे पर रवाना होने से एक दिन पहले टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान विरार कोहली ने वनडे कप्तानी से हटाए जाने के मसले पर जो बयान दिया उससे भारतीय क्रिकेट में बवाल मच गया। इसी घड़ी में टीम के पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर ने कोहली से वनडे कप्तानी छीनने के बाद जिस तरह से सौरभ गांगुली ने मामले को हैंडल किया इस पर वेंगसरकर ने काफी नाराजगी जताई है। उनका मानना है की सेलेक्टर्स की जगह सौरभ गांगुली को आगे आकर बयांन देने की जरुरत नहीं थी।

दिलीप वेंगसरकर जो की खुद भूतपूर्व सेलेक्टर्स रह चुके है उनका मानना है कि इस मामले पर सेलेक्टर्स चीफ़ को बयान देना चाहिए था। उन्होंने अपने बयान में कहा की "सौरभ गांगुली का  सिलेक्शन कमिटी की जगह आकर बयान नहीं देना चाहिए था। गांगुली BCCI के अध्यक्ष हैं। टीम में चयन और  कप्तानी के विवाद पर चीफ़ सेलेक्टर्स  को  आकर बयान देना चाहिए। " 

आपको  याद दिला दें की कोहली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा था t20 टीम की कप्तानी छोड़ते समय उन्होंने साफ़ कहा था की वनडे और टेस्ट की कप्तानी आगे वो करते रहेंगे। लेकिन साउथ अफ्रीका दौरे के लिए टेस्ट टीम की चयन के बाद उन्हें जानकारी दी गयी की अब वो वनडे टीम के कप्तान नहीं होंगे। इससे पहले गांगुली ने अपने बयान में कहा था की कोहली को वो टी 20 कप्तानी नहीं छोड़ने की सलाह दी थी। इस बयान के बाद कोहली ने इसे साफ़ ख़ारिज कर दिया। 

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गुरुवार, 23 दिसंबर 2021

नीना गुप्ता को मिला रामानुजन अवार्ड, ये कौन हैं ,क्या करती है जाने विस्तृत में

 

हम सभी को पता है की 22 दिसंबर को नेशनल मैथमेटिक्स डे के रूप में मनाया जाता है,क्योकि इसी दिन भारत के महान गणितज्ञ रामानुजन का जन्म 22 दिसंबर, 1887 को तमिलनाडु के इरोड गांव में हुआ था और यह दिन उन्ही को समर्पित है। 

22 दिसंबर ,2021 को नेशनल मैथमेटिक्स डे के मौके पर नीना गुप्ता को गणित के क्षेत्र में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में से एक रामानुजन पुरस्कार मिला। उन्हें यह पुरस्कार अलजेब्रिक ज्यामिति और कम्यूटेटिव बीजगणित में अच्छे योगदान के लिए मिला। नीना गुप्ता कोलकाता के भारतीय सांख्यिकी संस्थान में गणित की प्रोफेसर है। 

किस-किस भारतीय ने जीता है यह अवार्ड

अभी तक चार भारतीय ने इस प्रतिष्ठित पुरस्कार को जीता है : 

  1. रामदोराई सुजाता
  2. अमलेंदु कृष्ण
  3. ऋतब्रत मुंशी
  4. नीना गुप्ता
इस अवार्ड की शुरुआत कब से हुई 

डीएसटी-ICTP-IMU युवा गणितज्ञों के लिए रामानुजन पुरस्कार विकासशील देशों को दिया जाता है इस पुरस्कार का नाम भारतीय गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन के सम्मान में उनके नाम पर रखा गया है । इसकी स्थापना 2004 में हुई थी, और इसे पहली बार 2005 में ब्राज़ीलियाई गणितज्ञ मार्सेलो वियाना को सम्मानित किया गया था।



 



मंगलवार, 21 दिसंबर 2021

अब लड़कियों की शादी की उम्र 18 वर्ष से बढाकर 21 वर्ष कर दिया है, जानिए क्या है पूरी कहानी

 


दरअसल ,केंद्र सरकार ने लड़की की शादी की उम्र को 18 वर्ष से बढाकर 21 वर्ष करने पर विचार कर रही है। अब इस प्रस्ताव को मोदी सरकार की कैबिनेट की मुहर भी लग चुकी है। इसे क़ानूनी रूप से लागु करने के लिए मौजूदा कानून में संशोधन किया जायेगा। इसे सामाजिक विकास के क्षेत्र में सकारात्मक कदम माना जा रहा है। 

आपको बता दें की प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2020 को अपने संबोधन में इस बात पर चर्चा की थी की बेटियों को कुपोषण से बचाने के लिए उनकी शादी उचित समय पर होना जरुरी है। इसी के बाद इसका प्रस्ताव कैबिनेट में रखा और उन्हें मंजूरी भी मिल गयी। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलते ही लड़कियों में उत्साह का माहौल है। क्योंकि इससे महिला ससक्तिकरण को गति मिलेगी। लड़कियों को आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलेगा। 

अक्सर ये गाँवों में देखा गया है की लड़की की उम्र 17 -18 वर्ष हो जाने के बाद उन्हें सामाजिक व पारिवारिक दबाब आने लगते है की लड़की अब बड़ी हो गयी है ,इनकी शादी कर देनी चाहिए। समाज लड़कियों को बोझ समझते है। लड़कियों के परिवार वाले समझते है की बेटी की शादी हो जाएगी तो बोझ हल्का हो जायेगा। इस कानून के पारित होने से ये आंकड़ा बदलेगा। 

इससे होने वाले फायदे 

  • इससे महिला ससक्तिकरण को गति मिलेगी।
  • लड़कियों को आत्मनिर्भर बनने का मौका मिलेगा। 
  • उन्हें अपने भविष्य को बेहतर बनाने का मौका मिलेगा। 
  • जल्दी शादी हो जाने से उन्हें उच्च शिक्षा ग्रहण करने का मौका नहीं मिलता था, लेकिन अब उन्हें उच्च शिक्षा ग्रहण करने का अवसर मिलेगा। 


सोमवार, 20 दिसंबर 2021

बिहार SI का एडमिट कार्ड आ चूका है ,ऐसे करें डाउनलोड।



जो भी स्टूडेंट बिहार SI के लिए अप्लीकेशन किये हुए थे, वह नीचे बताये गए स्टेप से अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड की प्रक्रिया पूरी कर सकते है :

  • सबसे पहले आपको https://www.sarkariresult.com/ को ओपन कर लेना है। 
  • इसके बाद थोड़ा स्क्रॉल करने के बाद Bihar Police SI Pre Admit Card का ऑप्शन दिखेगा। इसपे आपको क्लिक कर देना है।
  • क्लिक करने के बाद स्क्रॉल करके नीचे जाना है ,वहाँ पे आपको Download Pre Exam Admit Card का ऑप्शन दिखेगा। इसके सामने Click Here का ऑप्शन दिखेगा उसपे आपको क्लिक कर देना है। 
  • उसके बाद एक अलग पेज खुल के आएगा ,जिसपे आपको Download Prelims Admit card का ऑप्शन दिखेगा। इसपे आपको क्लिक कर देना है। 
  • क्लिक करने के बाद फिर इस तरह से एक अलग पेज खुल के आएगा।

  • यहाँ आप अपनी रजिस्ट्रेशन ID या अपने मोबाइल नंबर फिल करेंगे , इसके बाद अपना जन्म तिथि फिल करेंगे और इसके बाद कैप्चा फिल करेंगे। ये सारी चीजें भरने के बाद सबमिट के ऑप्शन पर क्लिक कर देना है। 
  • इसके बाद इस तरह से पेज खुल के आएगा । 

  • आपके मोबाइल न.या ईमेल id पर एक otp जायेगा। इस otp को फिल करके डाउनलोड एडमिट कार्ड के ऑप्शन पे क्लिक कर देना है। 
और इस तरह से आप अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते है। 

रविवार, 19 दिसंबर 2021

Pradhan Mantri Swamitva Yojana:प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना क्या है ? इसका ऑनलाइन पंजीकरण कैसे करें

 

स्वामित्व योजना प्रधान मंत्री द्वारा चलायी गयी एक ऐसी योजना है ,जिसमें देश के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को केंद्र सरकार द्वारा उसके जमीनों एवं मकानों का मालिकाना हक़ देने एवं उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सम्पति कार्ड प्रदान करती है। इस योजना की शुरुआत 24 अप्रैल 2020 को प्रधान मंत्री मोदी द्वारा की गयी थी। इस योजना की शुरुआत राष्ट्रीय पंचायत दिवस के मौके पर बिहार से की गयी थी। 

प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना क्या है

दरअसल, प्रधान मंत्री मोदी ने डिजीटल इंडिया को बढ़ावा देने एवं इसके लक्ष्य को पूरा करने के लिए बहुत सारी ऑनलाइन योजनाएं चला रही है जिसमें से एक प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना भी है।स्वामित्व योजना प्रधान मंत्री द्वारा चलायी गयी एक ऐसी योजना है ,जिसमें देश के ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को केंद्र सरकार द्वारा उसके जमीनों एवं मकानों का मालिकाना हक़ देने के लिए सम्पति कार्ड प्रदान करती है। इस योजना के माध्यम से पीएम मोदी ने एक नए ई-ग्राम स्वराज पोर्टल की शुरुआत की है।इस पोर्टल पर ग्रामीण समाज के समस्याए  से जुड़ी सारी जानकारी मिलेगी साथ ही किसान अपनी भूमि से जुड़ी जानकारी ऑनलाइन देख सकते है। इस पोर्टल की शुरुआत पंचायती राज मंत्रालय ने की है। 

इस योजना के उदेश्य 

हम सभी अकसर न्यूज़ में पढ़ते रहते है की जमीनी विवाद के कारण हुआ लड़ाई एक ने की दूसरे की हत्या। इन्ही समस्याओं के निदान हेतु केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना की शुरुआत की है। इस योजना का मुख्य उदेश्य गांव की जमीनों पर हो रही विवादों से लोगों को मुक्ति दिलाना ,जमीन के असली मालिक को उसका मालिकाना हक़ देने एवं उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सम्पति कार्ड प्रदान करना है। 

इस योजना के लाभ 

  • इस योजना के माध्यम से गांव के लोगों को लोन लेने एवं अन्य वित्तीय लाभ लेने में सुविधा होगी ,क्योकि वह अपनी भूमि के कागज़ात का इस्तेमाल आसानी से कर सकते है। 
  • इस योजना के अंतर्गत वर्ष 2021से 2025 तक पूरे देश में लगभग साढ़े छह लाख से ज्यादा गांवों को शामिल किया जाएगा।
  • भूमि भ्रष्टाचार को कम करने में मदद मिलेगी। 
  • गांवों में जमीनों की मैपिंग ड्रोन के द्वारा की जाएगी
  • और इस योजना के माध्यम से जमीनी विवाद समस्या को कम करने में भी मदद मिलेगी। 

ऑनलाइन पंजीकरण कैसे करें

आप नीचे बताये गए स्टेप के द्वारा आसानी से आवेदन की प्रक्रिया पूरी कर सकते है :

  • सबसे पहले आपको इस योजना की ऑफिसियल वेबसाइट https://egramswaraj.gov.in/ को ओपन कर लेना है। अब आपके सामने वेबसाइट का होमपेज खुलेगा। 
  • होमपेज खुलने के बाद आपको न्यू रजिस्ट्रेशन पर क्लिक कर देना है।  
  • अब आपके सामने एक फॉर्म खुल कर आएगी। फॉर्म में आपको सभी पूछी गयी जानकारियों को भरना होगा।
  • सभी जानकारियों के भरने के बाद सबमिट के ऑप्शन पर क्लिक कर दें। 
  • इस प्रकार , आप सफलतापूर्वक वेबसाइट पर अपने रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी कर चुके है। आपके रजिस्ट्रेशन की जानकारी आपके मोबाइल पर संदेश द्वारा भेज दी जाएगी। 
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प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना क्या है तथा इसका online रजिस्ट्रेशन कैसे करें। 

आयुष्मान सहकार योजना क्या है? संक्षेप में जाने 

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शनिवार, 18 दिसंबर 2021

प्रधान मंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना क्या है तथा इसका online रजिस्ट्रेशन कैसे करें।


प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना केंद्र सरकार द्वारा चलायी गयी एक जीवन बीमा योजना है। जिसमे 18 से 55 वर्ष तक की आयु के वयक्तियों को कोई आकस्मिक मृत्यु होने पर बीमाकृत व्यक्ति के परिवार को 2 लाख रूपये का बीमा सरकार द्वारा प्रदान किया जाता है। इस योजना की शुरुयात 9 मई 2015 को देश के नागरिको को पॉलिसी का लाभ पहुंचाने के उदेश्य की गयी है।

इस योजना का लाभ उठाने के लिए जरुरी तथ्य 

  • बीमाकर्ता के पास एक बचत बैंक खाता होनी चाहिए।  
  • बीमाकर्ता की न्यून्तम आयु 18 वर्ष तथा अधिकतम आयु 55 वर्ष।  
  • अगर,किसी व्यक्ति के पास एक से अधिक बचत खाता है तो ऐसे मामलों में वह सिर्फ़ एक बचत खाते के माध्यम से इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। 
  • बैंक खाते के लिए आधार कार्ड  प्राथमिक के.वाई.सी. होगा। 
  • इस योजना के अंतर्गत बीमाकर्ता को हर साल 330 रूपये का प्रीमियम जमा करना होगा।
  • बीमाकर्ता को सेविंग बैंक अकाउंट ऑटो डेबिट के लिए अपनी सहमति देनी अनिवार्य है।
इस योजना का उद्देश्य

हम सब जानते है की समाज में हर वर्ग (जैसे :- गरीब ,मध्यम वर्ग एवं अमीर ) के लोग है। यह योजना गरीब लोगों के लिए अच्छी योजना मानी जा सकती है। गरीब वर्ग में ऐसा देखा गया है की मृत्यु के पश्चात उसके परिवार की वित्तीय स्तिथि अच्छी नहीं रहती। उनलोगों के लिए  यह एक अच्छा अवसर है। ऐसे लोग इस योजना से लाभान्वित होकर अपने परिवार को मृत्यु के पश्चात भी सामाजिक सुरक्षा प्रदान कर सकते है। इस जीवन ज्योति बीमा योजना के अंतर्गत बीमा धारक की 18  से 55  वर्ष के बीच मृत्यु हो जाने पर  2 लाख रूपये धनराशि बीमा धारक के परिवार को दे दी जाएगी ।इस योजना का लाभ हर वर्ग(जैसे :- गरीब ,मध्यम वर्ग एवं अमीर ) के लोगों को मिलेगा। 

क्लेम कैसे करें 

बीमाधारक के साथ कोई आकस्मिक घटना होने पर नॉमिनी क्लेम फॉर्म मृत्यु प्रमाण-पत्र के साथ भरकर उस बैंक में जा कर क्‍लेम कर सकता है, जिस  बैंक का खाता इस योजना के लिए रजिस्टर्ड है। इस पर नॉमिनी को 2 लाख रुपये तक की रकम दी जाएगी। इस योजना में लाइफ कवर 55 साल की उम्र तक मिलता है। 

online आवेदन कैसे करें
  • सबसे पहले आपको इसकी ऑफिसियल वेबसाइट https://www.jansuraksha.gov.in/ को ओपन कर लेना है
  • वेबसाइट ओपन होने के बाद आपको होम स्क्रीन पे फॉर्म का ऑप्शन दिखेगा जिसपे आपको क्लिक कर देना है 
  • अब आपके स्क्रीन पर तीन विकल्प दिखाई देगा, जिसमें आपको Pradhan Mantri Jeevan Jyoti Bima Yojana के विकल्प पर क्लिक करना है 
  • अब आपको दो ऑप्शन दिखाई देगा ,जिसमें आपको एप्लीकेशन फॉर्म पर क्लिक करना है
  • इसके बाद आप भाषा का चयन कर सकते है और उसके बाद फॉर्म का pdf डाउनलोड कर सकते है 
  • फॉर्म डाउनलोड करने के बाद आपको फॉर्म में दी गयी सारी जानकारी को भरना है  
  • सभी जानकारी भरने के बाद आपको बैंक में यह फॉर्म जमा कर देना है जहाँ आपका बैंक खाता है।
  • इस तरह से आपकी आवेदन की प्रकिया पूरी हो जाएगी।
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आयुष्मान सहकार योजना क्या है? संक्षेप में जाने



ग्रामीण क्षेत्रो में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के उद्देश्य से आयुष्मान सहकर योजना की शुरुआत की गयी है इसके जरिये ग्रामीण नागरिकों का स्वास्थ बेहतर हो  इस पर बल दिया गया है। इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण इलाकों में अस्पताल, मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए सहकारी समितियों को 10000 करोड़ रूपये  कर्ज के रूप में  NCDC के द्वारा मुहैया कराया जायेगा। इसके साथ साथ अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे ग्रामीण क्षेत्रो के नागरिकों  को बेहतर इलाज की सुविधा मिल सके। 

इस योजना के बारे में सारी  जानकारी लेने के लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़े :

आयुष्मान सहकार योजना के माध्यम से देश में शहरी क्षेत्रों से दूर ग्रामीण क्षेत्रो की स्वास्थ्य सेवाओं में होने वाली परेशानियां तथा  बुनियादी ढांचे में सुधार करने की कोशिश किया जा रहा है जिससे ग्रामीण क्षेत्रों के स्वास्थ वयवस्था को बेहतर बनाया जा सके। देश में चल रही महामारी के चलते स्वास्थ सुविधाओं को बेहतर बनाने तथा आपातकाल की स्तिथि में जरुरत पड़ने पर इस योजना की शुरुआत की गयी।  

आयुष्मान सहकार योजना  का उद्देश्य

ये बातें सभी को पता है की  कोरोना महामारी की वजह से हमारा देश अन्य देशों की तुलना में बहुत ज्यादा प्रभावित हुआ है। जिसके चलते  गौंव के लोगों को  स्वास्थ्य को लेकर काफी परेशानियाँ  झेलनी पर रही है इस समस्या को कम करने के लिए केंद्र सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में अस्पताल, मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए इस आयुष्मान सहकार योजना की शुरुआत की। इस योजना के माध्यम से राष्ट्रीय कोऑपरेटिव विकास निगम  द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में  सहकारी संस्थाओं को  मेडिकल कॉलेज और अस्पताल खोलने के लिए केंद्र सरकार द्वारा कम ब्याज पर ऋण देना । इन मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों के खुलने से गांव के लोगो को बेहतर इलाज की सुविधाएँ मिल  सकेगी।

इस योजना के घटक

  • होमियोपैथी
  • दवा निर्माण
  • आयुष
  • औषधि परीक्षण प्रयोगशाला 
  • कल्याण केंद्र
  • आयुर्वेद मालिश केंद्र
  • दवा की दुकानें 
  • ब्लड बैंक/ रक्तदान सेवाएं 
  • मातृ एवं शिशु देखभाल सेवाएं इत्यादि।
इस योजना से मिलने वाली सुविधाएं 
  • इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के स्वास्थ वयवस्था का विकास होगा
  • ग्रामीण क्षेत्रों में अस्तपताल व स्वास्थ्य कॉलेज की सुविधाएँ बढ़ेंगी 
  • इस योजना के माध्यम से किसी भी सहकारी समिति जो स्वास्थ की सेवाएं देती है उन सहकारी समिति को NCDC के द्वारा कम ब्याज पर लोन प्रदान किया जायेगा 
  • साथ ही सरकार इस योजना के तहत महिला बहुमत वाली सहकारिताओं को 1 प्रतिशत आर्थिक सहायता  प्रदान करेगी।
इस योजना में शामिल की गयी गतिविधियाँ 
  • अस्पताल /आयुष /दन्त चिकित्सा /फॉर्मेसी /पैरामेडिकल /फिजिओथेरपी कॉलेजों में स्नातक और या स्नातकोत्तर कार्यक्रम चलाने के लिए,
  • योग कल्याण केंद्र,
  • आयुर्वेद, एलोपैथी, यूनानी, सिद्ध, होम्योपैथी अन्य पारंपरिक दवा स्वास्थ्य केंद्र,
  • बुजुर्गों के लिए स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं,
  • उपशामक देखभाल सेवाएं,
  • विकलांग व्यक्तियों के लिए स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं,
  • मानसिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं,
  • आपातकालीन चिकित्सा सेवा / आघात केंद्र,
  • फिजियोथेरेपी सेंटर,
  • मोबाइल क्लिनिक सेवाएँ,
  • हेल्थ क्लब और जिम,
  • आयुष फार्मास्युटिकल  निर्माण,
  • औषधि परीक्षण प्रयोगशाला,
  • दंत चिकित्सा देखभाल केंद्र,
  • आँख देखभाल केंद्र,
  • प्रयोगशाला सेवाएं,
  • निदान सेवाएं,
  • ब्लड बैंक/ रक्तदान सेवाएं
  • पंचकर्म / थोककनम / क्षार सूत्र चिकित्सा केंद्र
  • यूनानी चिकित्सा पद्धति की रेजिमेंटल थेरेपी(इलाज बिल तदबीर),
  • मातृ एवं शिशु देखभाल सेवाएं
  • प्रजनन और बाल स्वास्थ्य सेवाएं,
  • एनसीडीसी द्वारा सहायता के लिए किसी अन्य संबंधित केंद्र या सेवाओं को उपयुक्त माना जा सकता है।
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